Month: जनवरी 2020

अनुग्रह का प्रदर्शन

“उन पलों में जहाँ त्रासदी होती है या चोट भी लगती है, अनुग्रह या सटीक प्रतिशोध प्रदर्शित करने के अवसर हैं,” हाल ही में शोक संतप्त व्यक्ति ने टिप्पणी की l “मैंने अनुग्रह दिखाने का चुनाव किया l” पास्टर एरिक फिट्ज़जेरल्ड की पत्नी एक कार दुर्घटना में मारी गयी थी जो एक थके अग्निशामक के कारण हुयी थी जो घर लौटते वक्त कार चलाते समय सो गया, और कानूनी अभियोजक जानना चाहते थे कि वह अधिकतम सजा की मांग करेगा या नहीं l  पास्टर ने उस क्षमा का अभ्यास करने का विकल्प चुना जिसके बारे में वह अक्सर प्रचार करते थे l उसे और अग्निशामक दोनों को आश्चर्यचकित करने के लिए, दोनों व्यक्ति आख़िरकार मित्र बन गए l 

पास्टर एरिक परमेश्वर से प्राप्त उस अनुग्रह को दर्शा रहे थे, जिसने उसे उसके सभी पापों को माफ़ कर दिया था l अपने कार्यों के माध्यम से उन्होंने नबी मीका के शब्दों को प्रतिध्वनित किया, जिसने पाप को क्षमा करने और जब हम गलतियाँ करते हैं को क्षमा करने के लिए परमेश्वर की प्रशंसा की (मीका 7:18) l नबी यह दिखाने के लिए कि परमेश्वर अपने लोगों को माफ़ करने में कितनी दूर जाता है अद्भुत रूप से दृश्य भाषा का उपयोग करता है, यह कहते हुए कि वह “हमारे अधर्म के कामों को लताड़ डालेगा” हमारे सब पापों को गहिरे समुद्र में डाल देगा (पद.19) l अग्निशामक को उस दिन स्वतंत्रता का उपहार मिला, जिसने उसे परमेश्वर के करीब लाया l

हम जो भी कठिनाई का सामना करते हैं, हम जानते हैं कि परमेश्वर प्रेमी, खुली बाहों के साथ हमारे पास पहुँचते हैं, उनका स्वागत करते हुए हम उनके सुरक्षित आलिंगन में शामिल होते हैं l वह “करुणा से प्रीति रखता है” (पद.18) l जब हम उसका प्यार और अनुग्रह प्राप्त करते हैं, वह हमें उन लोगों को माफ़ करने की ताकत देता है, जिन्होंने हमें चोट पहुंचाई है – यहाँ तक कि पास्टर एरिक ने भी की l 

आपकी मंज़िल किधर है?

उत्तरी थाईलैंड में, बच्चों के फुटबॉल टीम ने एक गुफा का पता लगाने का फैसला किया l एक घंटे के बाद वे वापस जाने के लिए मुड़े तो पाया कि गुफा के द्वार पर पानी भर गया था l बढ़ते पानी ने उन्हें गुफा में दिन-ब-दिन और अन्दर धकेल दिया, जब तक कि वे दो मील (चार किलोमीटर) से अधिक गुफा के अन्दर फंस नहीं गए l जब उन्हें दो सप्ताह बाद वीरतापूर्वक बचाया गया, तो बहुतों को आश्चर्य हुआ कि वे इनती बुरी तरह से कैसे फंस गए l उत्तर : एक समय में एक कदम l 

इस्राएल में, नातान ने दाऊद का सामना अपने वफादार सिपाही, उरिय्याह को मारने के लिए किया l “[परमेश्वर के] मन के अनुसार” व्यक्ति किस प्रकार दोषी बना? एक समय में एक कदम l एक दोपहर में दाऊद शून्य से हत्या तक नहीं गया l उसने खुद को तैयार किया,  समय के साथ, एक बुरा निर्णय दूसरे को जन्म दिया l इसकी शुरुआत एक दूसरी झलक से हुई जो वासना के टकटकी में बदल गयी l उसने बतशेबा को बुलवाकर अपने राजसी शक्ति का दुरूपयोग किया, फिर उसके गर्भवती होने को ढांकने के लिए उसके पति को मोर्चे से घर बुलवाया l जब उरिय्याह अपने साथियों को युद्ध में छोड़कर अपनी पत्नी से मिलने से इनकार किया, दाऊद ने फैसला किया कि उसे मरना होगा l 

हम शायद हत्या के दोषी नहीं हो सकते हैं या अपनी खुद की बनायी हुयी गुफा में फंसे हुए नहीं हैं, लेकिन हम या तो यीशु की ओर बढ़ रहे हैं या मुसीबत की ओर l बड़ी समस्याएँ रातोंरात विकसित नहीं होती हैं l वे हमपर धीरे-धीरे टूटते हैं, एक समय में एक कदम l 

साफ़ कंटेनर्स

“ढोनेवाले कंटेनर में नफरत से जंग लग जाता है l” ये शब्द पूर्व विधायक(Senator) एलन सिम्सन ने जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश के अंतिम संस्कार में बोले थे l अपने मित्र की दयालुता का वर्णन करने का प्रयास करते हुए, सीनेटर सिम्सन ने याद किया कि कैसे संयुक्त राज्य अमेरिका के चालीसवें राष्ट्रपति ने अपने पेशवर नेतृत्व और व्यक्तिगत संबंधों में घृणा के बजाय हास्य और प्रेम को अपनाया l

मैं सीनेटर के उद्धरण से सम्बद्ध रखता हूँ, क्या आप नहीं रखते हैं? ओह, मेरी कितनी हानि होती है जब मैंने नफरत को पनाह देता हूँ!

चिकित्सा अनुसन्धान हमारे शरीर को हुए नुक्सान को प्रगट करता है जब हम नकारात्मक क्रोध से चिपके रहते हैं या हम क्रोध का बौछार करते हैं l हमारा रक्त चाप बढ़ जाता है l हमारा हृदय जोर से धड़कने लगता है l हमारी आत्मा बैठती है l हमारे कंटेनर(व्यक्तित्व) बिगड़ने लगते हैं l 

नीतिवचन 10:12 में राजा सुलैमान कहता है, “बैर से तो झगड़े उत्पन्न होते हैं, परन्तु प्रेम से सब अपराध ढंप जाते हैं l” यहाँ नफरत के परिणामस्वरुप जो संघर्ष होता है, वह विभिन्न जनजातियों और जातियों के लोगों के बीच खुनी संघर्ष है l इस तरह की नफरत बदला लेने के लिए सहज प्रवृति को बढ़ावा देती है ताकि जो लोग एक दूसरे से घृणा करते हैं वे मिल न सकें l 

इसके विपरीत, परमेश्वर के प्यार का तरीका ढांपता है – सभी गलतियों - के ऊपर एक पर्दा डालता है, को छुपाता है, या उनको क्षमा करता है l इसका मतलब यह नहीं है कि हम त्रुटियों को अनदेखा करते हैं या गलत काम करनेवाले की सहायता करते हैं l लेकिन हम गलतियों को पोषित नहीं करते हैं कोई सच में पश्च्तापी है l और यदि वे कभी पश्चाताप नहीं करते हैं, इसके बावजूद भी हम अपनी भावनाओं को परमेश्वर को बताते हैं l (1 पतरस 4:8) l हम जो महः प्रेम करनेवाले को जानते हैं “एक दूसरे से प्रेम [रखें] क्योंकि प्रेम अनेक पापों को ढाँप देता है” (1 पतरस 4:8) l 

जब परमेश्वर हस्तक्षेप करता है

“दिस चाइल्ड इज़ बिलवेड(This Child Is Beloved)” शीर्षक कविता में, एक अफ़्रीकी पास्टर अपने माता-पिता द्वारा अपने गर्भावस्था को समाप्त करने के प्रयासों के बारे में लिखा है, जिसके परिणामस्वरूप उनका जन्म हुआ l कई असामान्य घटनाओं के बाद, जिसने उन्हें गर्भपात करने से रोका, उन्होंने इसके बजाय अपने बच्चे का स्वागत करने का फैसला किया l परमेश्वर के उनके जीवन के संरक्षण के ज्ञान ने ओमाउमी को पूर्णकालिक सेवा के पक्ष में एक आकर्षक जीविका छोड़ने के लिए प्रेरित किया l आज, वह विश्वासपूर्वक लन्दन के एक चर्च के पास्टरीय सेवा करते हैं l 

इस पास्टर की तरह, इस्राएलियों ने अपने इतिहास में एक अतिसंवेदनशील समय में परमेश्वर के हस्तक्षेप का अनुभव किया l जंगल में यात्रा करते हुए, वे मोआब के राजा बालाक के नज़र में आ गए l उनकी विजय और उनकी विशाल जनसंख्या से भयभीत, बालाक ने सीधे-सादे यात्रियों (गिनती 22:2-6) पर एक अभिशाप लगाने के लिए बालाम नामक एक दृष्टा/नबी को लगा दिया l

लेकिन कुछ आश्चर्यजनक हुआ l जब भी बालाम ने शाप देने के लिए अपना मुँह खोला, उसके बदले आशीष निकली l “देख, आशीर्वाद ही देने की आज्ञा मैं ने पायी है : वह आशीष दे चुका है, और मैं उसे नहीं पलट सकता,” उसने घोषणा की l “उसने याकूब में अनर्थ नहीं पाया; और न इस्राएल में अन्याय देखा है l उसका परमेश्वर यहोवा उसके संग है . . . उनको मिस्र में से ईश्वर ही निकाले लिए आ रहा है” (गिनती 23:20-22) l परमेश्वर ने इस्राएलियों को एक ऐसी लड़ाई से बचाया, जो उन्हें पता भी नहीं था कि वह क्रोधित था!

चाहे हम इसे देखें या न देखें, परमेश्वर आज भी अपने लोगों की देखभाल करता है l हम कृतज्ञता और भय में उसकी उपासना करें जो हमें धन्य कहता है l